एपिसोड 22: ‘राष्ट्र और नैतिकता − नए भारत से उठते 100 सवाल’ − राजीव भार्गव

Start listening

दिल्ली के रिंग-रोड सड़क पर जब राजीव भार्गव की गाड़ी एक अन्य गाड़ी से टकराते-टकराते बची, तो अपनी गाड़ी से उतरकर उन्होंने दूसरी गाड़ी के ड्राइवर से पूछा, ‘क्या आपको मालूम है कि साइड रोड पर चलती गाड़ी को मेन रोड पर आती हुई गाड़ी के लिए रुकना होता है?’ दुसरे ड्राइवर ने जवाब दिया, ‘जो गाड़ी जिस रोड पर होती है, उसके लिए वही मेन रोड होता है।’ ऐसे ही व्यक्तिगत अनुभव, एवं देश और समाज की खबरें, इतिहास से लिए गए उदाहरण, और गाँधी व नेहरू जैसे हस्तियों के सोच के जरिये से डॉ भार्गव समकालीन भारत के नैतिक स्वास्थ का आकलन करते हैं, अपनी किताब ‘राष्ट्र और नैतिकता’ में। किताब में, जहाँ-जहाँ डॉ भार्गव को अंधेरा दिखता है, वहाँ से उजियारे की ओर जाने का रास्ता भी दिखाते हैं।

  1. फेसबुक पर राजीव भार्गव
  2. इंस्टग्राम पर राजीव भार्गव
  3. एक्स (ट्विटर) पर राजीव भार्गव 
  4. ‘बिटवीन होप एंड डिस्पेयर’ अमेज़न पर
  5. ‘राष्ट्र और नैतिकता’ अमेज़न पर

राजीव भार्गव की अन्य पुस्तकें अमेज़न पर

(‘सम्बन्ध का के की’ के टाइटिल म्यूज़िक की उपलब्धि, पिक्साबे के सौजन्य से।)

Join the discussion