एक बेहतरीन योद्धा, कुशल प्रशासक, और दूरदृष्टिवान शासक — शहंशाह अकबर ने सम्पूर्ण उत्तरी हिन्द महाद्वीप में अपना साम्राज्य स्थापित किया और अपने बहुलवादी (प्लुरलिज़्म) एवं सहनशीलतावादी (टॉलरेंस) नीतियों द्वारा वर्तमान और भविष्य के हिंदुस्तान के लिए ‘विविधता में एकता’ की मिसाल खड़ी की। एक १३ साल का लड़का जिसके पिता की मौत हो चुकी थी, और जो महत्वाकांक्षी दरबारियों, सिपहसालारों, और अमीरों से घिरा हुआ था, विश्व के सबसे शक्तिशाली शासकों में से एक कैसे बन गया? सुनिए, पार्वती शर्मा के साथ एक चर्चा उनकी किताब ‘अकबर ऑफ़ हिंदुस्तान’ यानी ‘हिन्दुस्तान का अकबर’ पर।
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पार्वती शर्मा द्वारा लिखी गईं पुस्तकें —
नॉन-फिक्शन —
- अकबर ऑफ़ हिंदुस्तान
- जहाँगीर
- द लास्ट लाइट ऑफ़ देल्ही — मिर्ज़ा फ़रहतुल्लाह बेग़ (लेखक), पार्वती शर्मा (अनुवादक), सुलैमान अहमद (अनुवादक)
उपन्यास —
कहानी संग्रह —
बच्चों के लिए —
पॉडकास्ट में चर्चित अन्य किताबें —
- अर्धकथानक, लेखक बनारसीदास
- लॉर्ड्स ऑफ़ द डेक्कन, लेखक अनिरुद्ध कनिसेट्टी
पार्वती का एक चहेता गीत —
- एम. एस. सथ्यु कृत फिल्म, गरम हवा का गीत आक़ा सलीम चिश्ती मौला सलीम चिश्ती