जॉर्ज फर्नांडेस की छवि है, एक निर्भीक, प्रखर, बेबाक नेता की जिसने अपना राजनितिक सफर आरम्भ किया मात्र १९ वर्ष की उम्र में, समाजवाद के आदर्शों से प्रेरित हो, कामगारों के हक़ की लड़ाई लड़ते हुए। और, साठ वर्ष पश्चात, उस सफर का अंत किया उन हिन्दूवादी राजनितिक ताकतों से पूरी तरह जुड़े हुए, जो भारत के राजनैतिक नक़्शे पर छाये हुए थे। एक अति-साधारण युवा जिसने सत्ता को निर्भीकता से ललकारा और उससे लोहा लिया, और एक वरिष्ठ राजनेता जो कई वर्षों तक स्वयं सत्ताधारी रहा — इन दो चरणों और उनके बीच की कहानी आपको मिलेगी, राहुल रामगुंडम की किताब ‘द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ़ जॉर्ज फर्नांडेस’ में।
- ट्विटर पर राहुल रामगुंडम
- ‘द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ़ जॉर्ज फर्नांडेस’ अमेज़न पर
- राहुल रामगुंडम द्वारा लिखी गईं अन्य पुस्तकें अमेज़न पर
- ‘द मेनी शेड्स ऑफ़ जॉर्ज फर्नांडेस’ — ‘द सीन एंड द अनसीन’ पॉडकास्ट पर एक चर्चा
- ‘फ्रीडम ऐट मिडनाईट’ — लेखक लैरी कॉलिंस व डॉमिनिक ला पीयेर — अमेज़न पर
- ‘इज़ पैरिस बर्निंग’ — लेखक लैरी कॉलिंस व डॉमिनिक ला पीयेर — अमेज़न पर
‘सम्बन्ध का के की’ के टाइटिल म्यूज़िक की उपलब्धि, पिक्साबे के सौजन्य से।