एपिसोड 4 : 1984 – अभिषेक श्रीवास्तव

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‘बिग ब्रदर इज़ वाचिंग यू’ यानी ‘बड़े भइया आपको देख रहे हैं — आज  जॉर्ज ऑरवेल के उपन्यास ‘१९८४’ की ये लाइन पुरे विश्व में एक चेतावनी के रूप में जानी जाती है। विचार, भाषा, सामाजिक और राजनैतिक संरचना — इन सब के सम्बन्धो को एक भयावह, व तकनिकी रूप से उन्नत, आने-वाले कल में चित्रार्थ करने के लिए १९४८ में छपा ये उपन्यास आज भी दुनिया भर में पढ़ा जाता है। सुनिए ‘१९८४’ पर एक चर्चा अभिषेक श्रीवास्तव के साथ जिन्होंने इस उपन्यास का हिंदी में अनुवाद किया है।

(आप शो नोट्स sambandhkakeki.com पर भी देख सकते हैं।)

फ़ेसबुक पर अभिषेक श्रीवास्तव     

1984 (हिंदी अनुवाद)

1984 (अंग्रेज़ी में)                      

जॉर्ज ऑरवेल द्वारा लिखी गईं पुस्तकें, अमेज़न वेबसाइट पर

अभिषेक श्रीवास्तव द्वारा लिखी गईं पुस्तकें –

नॉन फिक्शन

आम आदमी के नाम पर

आम आदमी दे नाम उट्टे

देशगाँव

कच्छ कथा

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1 comment
  • जार्ज ऑरवेल के उपन्यास 1984 पर श्री अभिषेक श्रीवास्तवा की बड़ी बारीकी से की गई समीक्षात्मक अभिव्यक्ति सुनकर भावविभोर हो गए। अध्ययन और कहन दोनों ने बहुत प्रभावित किया। सार्थक, ज्ञानपरक वार्ता हेतु हम आप दोनों के प्रति कृतज्ञ हैं।
    👍👍💐💐💐🙏🏼
    – विजय तिवारी ‘किसलय’
    जबलपुर (म.प्र.)